हमारा वैश्विक मैसेज है नेटिविस्ट बनो , नेटिव रूल लावो !
गांधीवाद , अम्बेडकरवाद , मार्क्सवाद, ब्रह्मिणवाद ये हमारे वैचारिक शत्रु है। इनके विचार नेटिव लोगो का कभी भला नहीं कर सकते , थोड़ी मलमपट्टी कर सकते है पर ब्रह्मिणवाद , ब्राह्मण वैदिक अधर्म , वर्णवाद , जातिवाद , भेदभाव , अस्पृश्यता , असमानता कभी मिटा नहीं सकते , जनेऊ छोडो , ब्रह्मिन भगावो कभी कह नहीं सकते। इनके विचारो में वो दम नहीं जो नेटिविज़्म में है क्यों की हम डंके की चोट पर कहते है नेटिविज़्म हमारा गुरु है। ये हमारा वैश्विक विचार है जो वसाहतवाद , ब्रह्मिणवाद , अमर्याद पूंजीवाद को विश्व में जहा भी ये है वह विरोध करता है वहi के नेटिव लोगो के साथ खड़ा है।
हिंदुस्तान में हम विदेशी ब्राह्मण को देश के दुश्मन मानते है जो केवल ३ प्रतिशत है। उन्हें सरकार बाहर करे , भगाये ये हमारा विचार है। हम नेटिव सत्य हिन्दू धर्म और विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्म अलग अलग है मानते है। हमारा मानना है आज कबीर का बीजक ही एक मात्र सत्य हिन्दू धर्म का धर्म ग्रन्थ है जो विदेशी ब्राह्मण धर्म , वेद , ब्राह्मण , जनेऊ , होम हवन , ब्राह्मण रेपिस्ट गोड्स , वर्ण , जाती पूरी तरह और साफ साफ सब्दो में नकारता है। है ये दम गाँधी , आंबेडकर , मार्क्स विचार में।
हमारे लिए कोई भी मृत , जिन्दा विदेशी ब्राह्मण गुरु , मार्गदर्शक , नेता , सहयोगी , मित्र नहीं। जो देश का। नेटिव लोगो का शत्रु है उसे शत्रु कहनेमें हमें कोई संकोच नहीं।
हमारा वैश्विक मैसेज है नेटिविस्ट बनो , नेटिव रूल लावो
नेटिविस्ट डी डी राउत ,
अध्यक्ष
नेटिव रूल मूवमेंट
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