Tuesday, 25 September 2018

फिर नन्ना बालक हो गया !
पोते के संग खेलते खेलते
मै फिर बच्चा हो गया
बुढ़ापा भूल कर अपना 
फिर न्ना बालक हो गया ----
उसने कहा हाथ मत लगा
खिलौना मेरा है, गाडी मेरी
मै जिद्दी बालक बन बैठा
मै बोला गाड़ी तोडूंगा तेरी ----
नहीं दूंगा मै तुम्हे कहकर
उसने उची बिल्डिंग बनायीं
ब्लॉक के ऊपर ब्लॉक रचे
मैंने लेलिए कुछ मैं ना रहा पीछे ----
जब मै झुका, पड़े उठाने घुटनो पर
ये मेरा , ये मेरा कहते कहते
घोडा बनाकर चढ़ बैठा पीठपर
मित्र, हम उम्र दोस्त समझकर -----
अब फिर मै न्ना बच्चा हूँ
दादाजीजी मुझे वो कहता है
बिच बिच में पिटाई हाथापाई
फिर ये ला वो ला कहता है -----
बड़ा नटखट जिद्दी है हमारा डुग्गु
ढोल ताशा गिटार गले में लटकाये
खुद बजता है, मुज़से बजवाता है
कभी सोफे से कूदि मरवाता है
कभी बन जाता है वो मेरा डॉक्टर
लगाता इंजेकशन बनियान उठाकर
जांच करता है खेल का आला लगाकर
रोज गोली देता है याद दिलाकर ----
अब हम दोनों बच्चे खूब खेलते है
महापालिका उद्यान अड्डा हमारा
दोनों पोता दादाजी मिलकर जाते है
चिप , चॉकलेट , लॉलीपॉप खाते है ---
#जनसेनानी #Jansenani कल्याण, २५ सितम्बर,२०१८

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