सिंहालोकन !
अम्बेडकर वाद , गांधी वाद से विदेशी ब्रहमिन , ब्रहमिन धर्म , ब्रहमिन राज को नही कोई खतरा ! विदेशी ब्रहमिन भी बोलने लगे जय गांधी , जय भीम !
इनके विचार है ब्रहमिन को नही , ब्रहमिन वाद को विरोध करो ! जैसे कोई कहता हो क्यांसर बुरा , क्यांसर के जन्तु ठीक ! वह कया विचार है !
हम कहते है विदेशी ब्रहमिन , ब्रहमिन धर्म , ब्रहमिन वाद सब कुछ गलत , हिंदू , हिन्दू धर्म , हिंदुस्तान के दुष्मन ! हमारा विचार है नेतिवीसम हमारा गुरु है , नेटीव हिंदुत्व हमारा मार्गदर्शन है ! यानि विदेशी ब्रहमिन भगाव , हिन्दू धर्म और ब्रहमिन धर्म अलग अलग है , हिन्दू धर्म का एक मात्र धर्म. ग्रंथ है कबीर वानी बिजाक !
ना गांधी ये कहते है नाही अम्बेडकर ये बोलते है ,फिर इन से , इनके विचारोसे ब्रहमिन , ब्रहमिन अधर्म को कोई डर है ही नही ये बात विदेशी ब्रहमिन जान चुके ऐस लिए इं के चेलोसे भी जोर से कहने लगे है जय गांधी , जय भीम ! सुना है आर एस एस वाले भी इनकी फोटो को अगरबत्ती , फुलमाला आदी से प्राप्त समय य़ानी सबेरे सबेरे उनहे याद करते है ! जय हो !
40 साल के मेरे समाजिक , राजकिय जीवन मे जब मैं 2019 के समाप्ती के संध्या मे सिंहा- लोकन करता हूँ तो देखता हूँ हिंदुस्तान के ऐस भायांकर स्थिती मे मैं आज अकेला रह गया हूँ ! जो कुछ लोग जुडे थे , एक एक कर बीछड़ गये ! कीसी की तबियत ने साथ नही दिया , कीसी की आर्थिक स्थिती ठीक नही थी , कीसी को यहा विचार नेतिवीसम , नेटीव हिन्दुत्व डरावना लगा , कीसी को अप्रासंगीक तो कीसी को सरकार , ब्रहमिन विरोधी , संविधान विरोधी !
माहत्मा फुले , गांधी , बिरसा , पेरियार , अम्बेडकर के नक्षे कदम पर चल कार कुछ लोगोने गैर ब्रहमिन , बहुजन , 15 : 85 , धर्मांतर , नास्तिक , आदिवशी - निसर्ग रिती रीवाज संस्कृती , नया शिव धर्म , सत्य शोधक धर्म आदी के प्रयोग कीए पर कीसी ने यह नही कहा हैं हिन्दू धर्म और ब्रहमिन धर्म अलग अलग है और आज केवल कबीर वानी बिजक ही हिन्दू धर्म क एक मात्र धर्म ग्रंथ है , किसिने ताल ठोक कर ये नही कहा विदेशी ब्रहमिन हमारा अखंड ही हिंदुस्तान से चले जाये , विदेशी ब्रहमिन एक वर्ण , सवर्ण है , वे केवल 3 प्रतिशत है और बाकी सभी अवर्ण यानि नेटीव हिन्दू है , क्षत्रीय , बैश्य ये भी नेटीव है , नेटीव हिन्दू धर्म मे ना कोई जाती है ना वर्ण , ब्रहमिन ! बिजक यहा सभकुछ नाकारता है jo वेदिक ब्रहमिन धर्म मे है ! ना होम हवन , ना जनेऊ , ना ब्रहमिन भट ,पूजारी , अस्परुश्यता ना सोवला , ना ब्रह्मा , विष्णु , इन्द्र , सोम आदी अत्याचारी , दुराचारी , रेपिस्ट गौडस है !
कबीर के हिन्दू धर्म मे शिव , राम , कृष्ण है ज़िन्होने दुरचारी ,वर्ण वादी , ब्रहमिन अधर्म वादी ब्रह्मा , रावन , अस्वाथामा , पर्शुराम को मारा जैसे शिवाजी महाराज , संभाजी महाराज ने विदेशी ब्रहमिनोको मार कर किया !
हम जब कहते है हिन्दू धर्म अलग अलग है तो नव बुद्धिस्ट परेशान हो ज़ाते है , उनको लगता है फिर हमारे बौध् धार्मांतरन का क्या ? इस क जवाब खुद अम्बेदकारजी अपने लिखे हिन्दू कोड बिल मे देते है , कया आपको उनपर विश्वास नही ! बौध्, जैन ,सिख ये हिन्दू है ! मुस्लिम ,खिस्ती भी मूल भारतीय यानि हिन्दू ही है ये सभी धर्म वर्ण ,जाती ,ब्रहमिन अधर्म विरोधी है ! संसार मे धर्म ,अधर्म ऐसे दो ही प्रकार है ! ब्रहमिन होना अधर्म है क्यू की वे वर्ण वादी , भेदभाव वादी , जातिवादी ,रंग भेद वादी है ,और संसार के बाकी सभी धर्म धर्म है , आप किसीमे भी रहो हमे आपत्ती नही , मुस्लिम , सिख ,इसाई ,हिन्दू ,पारसी सभी हम भाई भाई है , धर्म वादी है , ब्रहमिन अधर्म के विरोधी है , खिलाफ है ,अधर्म मिताना चाहते है !
आप बौध् बनो ,जैन बनो , सिख बनो , पार्शी बनो , नया धर्म निकालो हमे कोई परेशानी नही , हम कहते है हिन्दू धर्म और ब्रहमिन धर्म अलग अलग है और कबीर वानी बीज़क हैंडू धर्म का आज एक .मात्र प्रामानिक सत्य हिन्दू धर्म ग्रंथ है ! ईसमे कीसी को क्या आपत्ती हो सकती हो सकती है ?
हम कहते है जब हम हैंदुस्तानसे और हिन्दू धर्म से 3 प्रतिशत विदेशी ब्रहमिन भगा देंगे तो जातिपर आधारित आरक्षण की ज़रुरत ही नही रह जयेगी ! हम कहते है वर्ण वाद बचेगाही नही , 99 प्रतिशत देश और देश वाशियोंकी समश्या खतम होगी , देश मे खुशाली , प्रेम , शांति और भाईचारा आयेगा और हम संसार के अन्य देश ज़हा ये ब्रहमिन नामक अधर्म ,क्यांसर का ज़िवानु पूहचा है वहा ,उसी जागाह हम उसे खत्म करने के लिए संसार सेवा मे अपना योग दान कर पायेंगे ! ये है हमारा वैश्विक नेतिवीसम ! ज़िसे हमने यूनिवरसल डिकलरेशन मे लिख चुके है !
फिर अंत मे एक बात , मैं कहा खडा हूँ ? मैने अपनी घर की दिवार पर नही लिखा की हमे इस देश का हुकमरान बनाना है , मैने आपमे घर के मेन गेट और मेन दरवाजे पर लिखा है नेटीविस्ट डी डी राऊत तो असर ये हुवा बिदेशी ब्रहमिन जान गये की ये आदमी बड़ा खारतनाक है हिन्दू धर्म और हीदुस्तान से ब्रहमिनोको निकालना चाहता है , बहुत बड़ा खतारनाक है , हम से सावधानहो गये , कया करना है सोच रहे है !
गैर ब्रहमिन भी सावधान हो गये ,इस के साथ रहेंगे तो जान ,माल को खतरा है , गवाना पद सकता है ! कौन जान जोखिमंमे डाले ! रहने दो अकेला ,चलने दो अकेला ! फुले , गांधी , अम्बेडकर भले , जो चलता है चले !
आज मैं मेरे नेटिवीसम , नेटीव हीदुत्व के साथ अकेला खडा हु ! एकला चलोरे ! यही है मेरा आज का सिंहालोकन !
#नेटीवीस्टडीडीराऊत
31 डिसेंबर , 2019
अम्बेडकर वाद , गांधी वाद से विदेशी ब्रहमिन , ब्रहमिन धर्म , ब्रहमिन राज को नही कोई खतरा ! विदेशी ब्रहमिन भी बोलने लगे जय गांधी , जय भीम !
इनके विचार है ब्रहमिन को नही , ब्रहमिन वाद को विरोध करो ! जैसे कोई कहता हो क्यांसर बुरा , क्यांसर के जन्तु ठीक ! वह कया विचार है !
हम कहते है विदेशी ब्रहमिन , ब्रहमिन धर्म , ब्रहमिन वाद सब कुछ गलत , हिंदू , हिन्दू धर्म , हिंदुस्तान के दुष्मन ! हमारा विचार है नेतिवीसम हमारा गुरु है , नेटीव हिंदुत्व हमारा मार्गदर्शन है ! यानि विदेशी ब्रहमिन भगाव , हिन्दू धर्म और ब्रहमिन धर्म अलग अलग है , हिन्दू धर्म का एक मात्र धर्म. ग्रंथ है कबीर वानी बिजाक !
ना गांधी ये कहते है नाही अम्बेडकर ये बोलते है ,फिर इन से , इनके विचारोसे ब्रहमिन , ब्रहमिन अधर्म को कोई डर है ही नही ये बात विदेशी ब्रहमिन जान चुके ऐस लिए इं के चेलोसे भी जोर से कहने लगे है जय गांधी , जय भीम ! सुना है आर एस एस वाले भी इनकी फोटो को अगरबत्ती , फुलमाला आदी से प्राप्त समय य़ानी सबेरे सबेरे उनहे याद करते है ! जय हो !
40 साल के मेरे समाजिक , राजकिय जीवन मे जब मैं 2019 के समाप्ती के संध्या मे सिंहा- लोकन करता हूँ तो देखता हूँ हिंदुस्तान के ऐस भायांकर स्थिती मे मैं आज अकेला रह गया हूँ ! जो कुछ लोग जुडे थे , एक एक कर बीछड़ गये ! कीसी की तबियत ने साथ नही दिया , कीसी की आर्थिक स्थिती ठीक नही थी , कीसी को यहा विचार नेतिवीसम , नेटीव हिन्दुत्व डरावना लगा , कीसी को अप्रासंगीक तो कीसी को सरकार , ब्रहमिन विरोधी , संविधान विरोधी !
माहत्मा फुले , गांधी , बिरसा , पेरियार , अम्बेडकर के नक्षे कदम पर चल कार कुछ लोगोने गैर ब्रहमिन , बहुजन , 15 : 85 , धर्मांतर , नास्तिक , आदिवशी - निसर्ग रिती रीवाज संस्कृती , नया शिव धर्म , सत्य शोधक धर्म आदी के प्रयोग कीए पर कीसी ने यह नही कहा हैं हिन्दू धर्म और ब्रहमिन धर्म अलग अलग है और आज केवल कबीर वानी बिजक ही हिन्दू धर्म क एक मात्र धर्म ग्रंथ है , किसिने ताल ठोक कर ये नही कहा विदेशी ब्रहमिन हमारा अखंड ही हिंदुस्तान से चले जाये , विदेशी ब्रहमिन एक वर्ण , सवर्ण है , वे केवल 3 प्रतिशत है और बाकी सभी अवर्ण यानि नेटीव हिन्दू है , क्षत्रीय , बैश्य ये भी नेटीव है , नेटीव हिन्दू धर्म मे ना कोई जाती है ना वर्ण , ब्रहमिन ! बिजक यहा सभकुछ नाकारता है jo वेदिक ब्रहमिन धर्म मे है ! ना होम हवन , ना जनेऊ , ना ब्रहमिन भट ,पूजारी , अस्परुश्यता ना सोवला , ना ब्रह्मा , विष्णु , इन्द्र , सोम आदी अत्याचारी , दुराचारी , रेपिस्ट गौडस है !
कबीर के हिन्दू धर्म मे शिव , राम , कृष्ण है ज़िन्होने दुरचारी ,वर्ण वादी , ब्रहमिन अधर्म वादी ब्रह्मा , रावन , अस्वाथामा , पर्शुराम को मारा जैसे शिवाजी महाराज , संभाजी महाराज ने विदेशी ब्रहमिनोको मार कर किया !
हम जब कहते है हिन्दू धर्म अलग अलग है तो नव बुद्धिस्ट परेशान हो ज़ाते है , उनको लगता है फिर हमारे बौध् धार्मांतरन का क्या ? इस क जवाब खुद अम्बेदकारजी अपने लिखे हिन्दू कोड बिल मे देते है , कया आपको उनपर विश्वास नही ! बौध्, जैन ,सिख ये हिन्दू है ! मुस्लिम ,खिस्ती भी मूल भारतीय यानि हिन्दू ही है ये सभी धर्म वर्ण ,जाती ,ब्रहमिन अधर्म विरोधी है ! संसार मे धर्म ,अधर्म ऐसे दो ही प्रकार है ! ब्रहमिन होना अधर्म है क्यू की वे वर्ण वादी , भेदभाव वादी , जातिवादी ,रंग भेद वादी है ,और संसार के बाकी सभी धर्म धर्म है , आप किसीमे भी रहो हमे आपत्ती नही , मुस्लिम , सिख ,इसाई ,हिन्दू ,पारसी सभी हम भाई भाई है , धर्म वादी है , ब्रहमिन अधर्म के विरोधी है , खिलाफ है ,अधर्म मिताना चाहते है !
आप बौध् बनो ,जैन बनो , सिख बनो , पार्शी बनो , नया धर्म निकालो हमे कोई परेशानी नही , हम कहते है हिन्दू धर्म और ब्रहमिन धर्म अलग अलग है और कबीर वानी बीज़क हैंडू धर्म का आज एक .मात्र प्रामानिक सत्य हिन्दू धर्म ग्रंथ है ! ईसमे कीसी को क्या आपत्ती हो सकती हो सकती है ?
हम कहते है जब हम हैंदुस्तानसे और हिन्दू धर्म से 3 प्रतिशत विदेशी ब्रहमिन भगा देंगे तो जातिपर आधारित आरक्षण की ज़रुरत ही नही रह जयेगी ! हम कहते है वर्ण वाद बचेगाही नही , 99 प्रतिशत देश और देश वाशियोंकी समश्या खतम होगी , देश मे खुशाली , प्रेम , शांति और भाईचारा आयेगा और हम संसार के अन्य देश ज़हा ये ब्रहमिन नामक अधर्म ,क्यांसर का ज़िवानु पूहचा है वहा ,उसी जागाह हम उसे खत्म करने के लिए संसार सेवा मे अपना योग दान कर पायेंगे ! ये है हमारा वैश्विक नेतिवीसम ! ज़िसे हमने यूनिवरसल डिकलरेशन मे लिख चुके है !
फिर अंत मे एक बात , मैं कहा खडा हूँ ? मैने अपनी घर की दिवार पर नही लिखा की हमे इस देश का हुकमरान बनाना है , मैने आपमे घर के मेन गेट और मेन दरवाजे पर लिखा है नेटीविस्ट डी डी राऊत तो असर ये हुवा बिदेशी ब्रहमिन जान गये की ये आदमी बड़ा खारतनाक है हिन्दू धर्म और हीदुस्तान से ब्रहमिनोको निकालना चाहता है , बहुत बड़ा खतारनाक है , हम से सावधानहो गये , कया करना है सोच रहे है !
गैर ब्रहमिन भी सावधान हो गये ,इस के साथ रहेंगे तो जान ,माल को खतरा है , गवाना पद सकता है ! कौन जान जोखिमंमे डाले ! रहने दो अकेला ,चलने दो अकेला ! फुले , गांधी , अम्बेडकर भले , जो चलता है चले !
आज मैं मेरे नेटिवीसम , नेटीव हीदुत्व के साथ अकेला खडा हु ! एकला चलोरे ! यही है मेरा आज का सिंहालोकन !
#नेटीवीस्टडीडीराऊत
31 डिसेंबर , 2019
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