#यमराज_नही_मुलभारतिय_हिन्दूधर्म_महाराज !
मृत्यू के देवता के नाम से विख्यात यमराज वास्तव मे सिंधु हिन्दू संस्कृती के मुलभारतिय हिन्दूधर्म महाराज है जो धर्म और राज्य दोनो के प्रमुख थे ज़िन्होने विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्मी लोगोंको गले ऊतारा था ! वह धर्म राज भी था जो किसी के साथ अन्याय नही करता था ! मुलभारतिय हिन्दूधर्म के शिल सदाचार भाईचारा समता के मार्ग से चलने वाले किसी व्यक्ती को अनावश्यक कोई हानी नही पूहचाता था !
यमराज का सिंगी मुकुट सिंधुहिन्दू संस्कृती का ध्योतक है ! वह सिंधुहिन्दू संस्कृती और समता धर्म का वाहक था और विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म के वर्ण जाती भेदभाव का विरोधी था , मुलभारतिय पशु गाय बैल भैस भैसा और अन्य प्राणी का संरक्षक था उसका वाहन भैसा था जैसे शिव का वाहन बैल था !
वह मुलभारतिय गणराज नागवंशी शिव का एक गण राज्य का प्रमुख था और उसका भक्त था !
यमराज एक सच्चा मुलभारतिय हिन्दुधर्मी राजा हुवा है जो दयालू भी था उसने शिव उपासक और मुलभारतिय हिन्दूधर्म का समता विचार मानने वाले लोगोंको भी मौत के मुह से बचाया था जैसे मारखण्डे का पुत्र को शिव के कहने से और सावित्री के कहने से उसके पती की जान बचाई ! सर्वसमभाव और एक जैसा न्याय यह उसके विचार है !
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