Friday, 17 January 2025

Pavitra Bijak : Pragya Bodh : Gyan Chountisaa : J

#पवित्र_बीजक : #प्रज्ञा_बोध : #ज्ञान_चौंतीसा : #ज 

#ज्ञान_चौंतीसा : #ज

जजा ई तन जियत न जारो, जोबन  जारि युक्ति तन पारो /
जो कछु युक्ति जानि तन जरै, ई घट ज्योति उजियारी करै //

#शब्द_अर्थ : 

जोबन = यौवन, जवानी ! युक्ति = उपाय  ! पारो = करने में समर्थ !

#प्रज्ञा_बोध : 

धर्मात्मा कबीर ज्ञान चौंतीसा में अक्षर ज  का महत्व समझाते हुवे कहते है भाईयो  यह मानव जीवन और शरीर दुर्लभ है इसे यूंही बर्बाद ना करो , जंगल में जाकर तपस्या करना , नागा साधु बनना, अघोरी बनना सब व्यर्थ है , शरीर को उपवास तापस से यातनाये देना कोई अच्छा काम नहीं !  ये काई धर्म नहीं ! 

कबीर साहेब कहते हैं भाईयो जवानी को आमोद प्रमोद में  और वासना कामना की अग्नि में जलना भी ठीक नहीं है ! 

इस शरीर का सद प्रयोग करो संसार में रहते हुवे अपने जवानी और पूरे जीवन को निर्विकार निर्मल जीवन जीने के लिये जी जान से कोशिश करो , अपने अंतरात्मा , चेतन राम की आवाज सुनो सत्य शील सदाचार भाईचारा समता शांति अहिंसा मानवता का धर्म मूलभारतीय हिन्दूधर्म का पालन करो , दुर्गुण, अविद्या , वैदिक अधर्म से दूर रहो तो इसी संसार में इसी शरीर में इसी जीवन काल में तुम्हे परमात्मा चेतन राम तत्व कबीर के धर्म ज्ञान से प्रज्ञा बोध होगा , मोक्ष निर्वाण शांति का परमसुख प्राप्त होगा और जीवन धन्य होगा ! 

#धर्मविक्रमादित्य_कबीरसत्व_परमहंस 
#दौलतराम
#जगतगुरू_नरसिंह_मूलभारती 
#मूलभारतीय_हिन्दूधर्म_विश्वपीठ 
#कल्याण, #अखंडहिंदुस्थान, #शिवश्रृष्टि

No comments:

Post a Comment