Friday, 4 October 2024

Pavitra Bijak : Pragya Bodh : Shabd : 21 :

#पवित्र_बीजक : #प्रज्ञा_बोध : #शब्द : २१
राम न रमसि कौन डण्ड लागा ! 

#शब्द : 

राम न रमसि कौन डण्ड लागा, मरि जैबे का करिबे अभागा : १
कोई तीरथ कोई मुण्डित केसा, पाखण्ड मंत्र भरम उपदेसा : २
विद्या वेद पढ़ी करे हंकारा, अन्तकाल मुख फाँके छारा : ३
दुखित सुखित होय कुटुम जेवाँवै, मरणबार एकसर दुख पावै : ४
कहहिं कबीर यह कलि है खोटी, जो रहै करवा सो निकरै टोटी : ५

#शब्द_अर्थ : 

डण्ड = दंड , पाप ! छारा = धूल ! कलि = , कलह, कल्कि समय ! करवा = कमंडल ! टोटी = नली ! 

#प्रज्ञा_बोध : 

धर्मात्मा कबीर कहते हैं भाईयो चेतन राम जो तुम्हारे भीतर हैं उसे छोड़ कर बाहरी अवडंबर में मत फंसो नहीं तो बाद में पछताना पड़ेगा ! कबीर साहेब कहते हैं विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म के होम हवन , जनेऊ संस्कार , असत्य नारायण की पूजा पाठ , तंत्र मंत्र , तीरथ , गंगा जल की खोखली माया , पत्थर पूजा , दस अवतार और कलंकी अवतार आदि की बेहूदी और मनगढ़ंत बाते , वेद और मनुस्मृति , मुंडन और तर्पण आदि वैदिक ब्राह्मणधर्म के अवडंबर अंधश्रद्धा में ना फंसो , ना किसी पंडित ब्राह्मण की बातों पर विश्वास कर अपना जीवन निर्कमय करो ! न किसी ब्राह्मण को पूजा और अन्य विधि के लिये बुलावो ! अपने अनुष्ठान पूजा पाठ , धार्मिक कार्य खुद करो ! 

वैदिक ब्राह्मणधर्म हमारा धर्म नहीं है , वो हिन्दू धर्म नहीं है , हिन्दू धर्म के वृक्ष पर प्रत्यारोपित विष वृक्ष की डार है जिसपर विष के फल ही आते है जो विषमता अस्पृश्यता उचनिच भेदाभेद वर्ण जाति वेवस्था और मानवीय शोषण है , अधर्म है विकृति है !

वेद की विद्या बेकार है , मनुस्मृति बेकार है ! उसमें अज्ञान और अहंकार भरा पड़ा है वही उनका कमंडल है जिसके नली से यही विष बाहर आयेगा ! ये विदेशी वैदिक यूरेशियन ब्राह्मणधर्म खोटे और झूठे फरेबी है इनसे दूर रहो तभी दुख दर्द और नर्क से बचोगे , अपना मूलभारतीय हिन्दूधर्म का पालन करो विदेशी वैदिक ब्राह्मणधर्म का नहीं ! 

#धर्मविक्रमादित्य_कबीरसत्व_परमहंस 
#दौलतराम 
#जगतगुरू_नरसिंह_मूलभारती 
#मूलभारतीय_हिन्दूधर्म_विश्वपीठ 
कल्याण, #अखण्डहिंदुस्थान , शिवसृष्टि

No comments:

Post a Comment