#शब्द : ४०
पण्डित बाद बदे सो झूठा : १
राम के कहै जगत गति पावै, खांड कहै मुख मीठा : २
पावक कहै पांव जो डाहै, जल कहै तृषा बुझाई : ३
भोजन कहै भूख जो भाजै, तो दुनिया तरि जाई : ४
नर के संग सुवा हरि बोलै, हरि परताप न जानै : ५
जो कबहिं उड़ि जाय जंगल में, तो हरि सुरति न आनै : ६
बिनु देखे बिनु अर्स पर्स बिनु, नाम लिये क्या होई : ७
धन के कहै धनिक जो होवै, निर्धन रहे न कोई : ८
साँची प्रीति विषय माया सो, हरि भक्तन की फाँसी : ९
कहहिं कबीर एक राम बजे बिनु, बाँधे यमपुर जासी : १०
#शब्द_अर्थ :
बाद = विवाद , झगड़ा , बहस ! बदे = कथन, वेद , स्मृति ! गति = मुक्ति ! खांड = मीठा शक्कर ! डाहै = जला ! भाजै = दूर होना ! सुवा = तोता ! यमपुरी = दुखद स्थिति !
#प्रज्ञा_बोध :
धर्मात्मा कबीर कहते है भाईयो चेतन राम जो तुम्हारे भीतर है उसे विभिन्न नाम की ना जरूरत है ना वो किसी का अवतार है ना अवतारी पुरुष भगवान है जैसे ये वैदिक ब्राह्मणधर्म के लोग बताते है ना वो ब्रह्मा है ना विष्णु ना इंद्र ना सोम या अन्य , ये लोग वेद और मनु स्मृति आदि के कथन का हवाला देते हुवे कहते है वही सच है जो वो कहते है वह ईश्वरीय विधान है इस लिए सच है और बहस करने पर झगड़ा करते है !
कबीर साहेब कहते है भाइयों चेतन राम निराकार निर्गुण अविनाशी तत्व चेतन है जिसे किसी नाम की जरूरत नहीं हरि भी ये ऐसा ही नाम है जो प्रत्यारोपों है तो चेतन को किसी मानव नाम से जोड़ कर अनेक नाम दिए गए और उन नामोकी रट तोते के जैसे लोग लगाते रहते है कोई कहता है राम नाम १ लाख बार बोला तो कोई कहता है हरि नाम दस लाख बार बोला , आज कल चिट्ठी पर कागज पर नाम लिखने का भूत भी सवार है कोई नाम से माला फेर रहा है तो कोई रट रहा है तो कोई लिख रहा है पर भाईयो ये सब बेकार है इसका धर्म से कोई लेना देना नहीं क्यू कि धर्म आचरण की चीज है दिखावे की नहीं या नाम रट्टू तोते की नहीं !
कबीर साहेब कहते है भाई क्या खांड कहने मात्र से आप की बन रही रोटी , चाय मीठी हो जायेगी ? क्या भोजन इस शब्द की रट लगाने से पेट भर जाएगा, या पानी कहने मात्र से प्यास बुझ जाएगी ? ऐसे कितने है उदाहरण देकर कबीर साहेब नाम रट्टू लोगोंको बताते है भाईयो तोते जैसे नाम रटने से मुक्ति नहीं मिलेगी ना कोई वैदिक मंत्र कहने से मुक्ति मिलेगा ना होम हवन के पूजा से ना सत्य नारायण पूजा से भला होगा !
धर्म आचरण से ही मुक्ति , सुख, शांति मिलेगी ओर वहीं मार्ग कबीर साहेब उनकी वाणी पवित्र बीजक में बताते है , यही मूलभारतीय हिन्दूधर्म है !
#धर्मविक्रमादित्य_कबीरसत्व_परमहंस
#दौलतराम
#जगतगुरू_नरसिंह_मूलभारती
#मूलभारतीय_हिंदूधर्म_विश्वपीठ
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